सीतामऊ (मंदसौर)।
जिले के सीतामऊ नगर में आवारा कुत्तों का आतंक एक बार फिर सामने आया है, जहाँ साईं विहार कॉलोनी में घर के बाहर खेल रही एक डेढ़ वर्षीय मासूम बच्ची को कुत्ते ने बुरी तरह हमला कर घायल कर दिया। दिल दहला देने वाली यह घटना तब हुई जब बच्ची अपने घर के आंगन में खेल रही थी। परिजनों ने दौड़कर किसी तरह बच्ची को कुत्ते के चंगुल से छुड़ाया।
जानकारी के अनुसार, साईं विहार कॉलोनी निवासी कुलदीप दुबे की बेटी दिव्यांशी शुक्रवार सुबह अपने घर के बाहर खेल रही थी। इसी दौरान एक आवारा कुत्ते ने अचानक उस पर हमला बोल दिया और उसकी पीठ को अपने जबड़ों में दबोच लिया। बच्ची की चीख-पुकार सुनकर माता-पिता और आस-पड़ोस के लोग तुरंत बाहर आए और उन्होंने बड़ी मुश्किल से बच्ची को कुत्ते से छुड़ाया। कुत्ते ने बचाव के लिए आए परिजनों पर भी हमला करने का प्रयास किया।
हमले में दिव्यांशी की पीठ पर गहरे घाव हो गए हैं। परिजन उसे तत्काल स्थानीय अस्पताल ले गए, जहाँ प्राथमिक उपचार और आवश्यक इंजेक्शन देने के बाद उसे घर भेज दिया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची की हालत फिलहाल स्थिर और खतरे से बाहर है।
इस घटना के बाद से पूरी कॉलोनी में भय का माहौल है और स्थानीय निवासियों ने नगर प्रशासन से तत्काल ठोस कार्रवाई की मांग की है।
जिले के सीतामऊ नगर में आवारा कुत्तों का आतंक एक बार फिर सामने आया है, जहाँ साईं विहार कॉलोनी में घर के बाहर खेल रही एक डेढ़ वर्षीय मासूम बच्ची को कुत्ते ने बुरी तरह हमला कर घायल कर दिया। दिल दहला देने वाली यह घटना तब हुई जब बच्ची अपने घर के आंगन में खेल रही थी। परिजनों ने दौड़कर किसी तरह बच्ची को कुत्ते के चंगुल से छुड़ाया।
जानकारी के अनुसार, साईं विहार कॉलोनी निवासी कुलदीप दुबे की बेटी दिव्यांशी शुक्रवार सुबह अपने घर के बाहर खेल रही थी। इसी दौरान एक आवारा कुत्ते ने अचानक उस पर हमला बोल दिया और उसकी पीठ को अपने जबड़ों में दबोच लिया। बच्ची की चीख-पुकार सुनकर माता-पिता और आस-पड़ोस के लोग तुरंत बाहर आए और उन्होंने बड़ी मुश्किल से बच्ची को कुत्ते से छुड़ाया। कुत्ते ने बचाव के लिए आए परिजनों पर भी हमला करने का प्रयास किया।
दो दिन पहले ही की गई थी शिकायत
इस घटना ने नगर परिषद के गैर-जिम्मेदाराना रवैये पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय निवासी हितेश भावसार ने बताया कि कॉलोनी में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या और उनके आक्रामक व्यवहार को लेकर मात्र दो दिन पहले ही नगर परिषद में शिकायत दर्ज कराई गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि यदि समय रहते शिकायत पर ध्यान दिया जाता तो शायद यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना टाली जा सकती थी।
परिजनों ने बचाई जान, बच्ची खतरे से बाहर
हमले में दिव्यांशी की पीठ पर गहरे घाव हो गए हैं। परिजन उसे तत्काल स्थानीय अस्पताल ले गए, जहाँ प्राथमिक उपचार और आवश्यक इंजेक्शन देने के बाद उसे घर भेज दिया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची की हालत फिलहाल स्थिर और खतरे से बाहर है।अधिकारी बोले- "कार्रवाई की जाएगी"
घटना की सूचना मिलने पर सीतामऊ नगर परिषद के सीएमओ जीवन राय माथुर ने कहा, "मामला संज्ञान में आया है। यह बेहद दुःखद है। हम जल्द ही अधिकारियों के निर्देशानुसार आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाएंगे।"इस घटना के बाद से पूरी कॉलोनी में भय का माहौल है और स्थानीय निवासियों ने नगर प्रशासन से तत्काल ठोस कार्रवाई की मांग की है।