मंदसौर | 12 जून 2025:
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने नाबालिग लड़की का पहले अपहरण किया और फिर फर्जी आधार कार्ड के सहारे राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में आर्य समाज मंदिर में उससे विवाह कर लिया। यह पूरा मामला 2 जून को सामने आया था, जब पीड़िता के परिजनों ने पीपलियामंडी थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी।
2 जून को हुई थी अपहरण की शिकायत
पीड़िता की माँ ने थाने में दर्ज शिकायत में बताया कि 2 जून की रात करीब 8 से साढ़े 8 बजे के बीच उनकी नाबालिग बेटी अचानक घर से गायब हो गई। काफी खोजबीन के बाद भी जब उसका कोई सुराग नहीं लगा, तो उन्होंने पुलिस की मदद ली। मामला गंभीर होने के चलते पुलिस ने तुरंत एफआईआर दर्ज कर अपहरण की धाराओं में केस दर्ज कर लिया।
जांच में सामने आया आरोपी का नाम: विष्णु उर्फ नाना मेघवाल
पुलिस जांच में जल्द ही यह सामने आ गया कि लड़की को 25 वर्षीय विष्णु उर्फ नाना मेघवाल ने अगवा किया है। विष्णु, मंदसौर का ही रहने वाला है और उस पर पहले भी एक नाबालिग से संबंधित गंभीर मामला दर्ज है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी लड़की को बहला-फुसलाकर राजस्थान ले गया।
फर्जी आधार कार्ड से की पहचान बदलने की कोशिश
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपी ने लड़की के आधार कार्ड में हेरफेर कर फर्जी दस्तावेज बनवाए। इन फर्जी कागजातों की मदद से उसने लड़की की उम्र 18 वर्ष से अधिक दिखा दी, ताकि वह कानूनी अड़चनों से बच सके। इसके बाद वह चित्तौड़गढ़ पहुंचा, जहां आर्य समाज मंदिर में विवाह संपन्न करवाया और वहां से एक वैवाहिक प्रमाण पत्र भी हासिल कर लिया।
चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन के पास से बरामद की गई लड़की
टीआई विक्रम सिंह चौहान ने बताया कि इस गंभीर प्रकरण को ऑपरेशन मुस्कान के तहत प्राथमिकता से लिया गया। पुलिस की एक विशेष टीम को चित्तौड़गढ़ भेजा गया। वहां गुप्त सूचना के आधार पर चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन के आसपास तलाशी ली गई और नाबालिग लड़की को सुरक्षित बरामद कर लिया गया।
आरोपी और साथी को किया गया गिरफ्तार
बरामदगी के साथ ही पुलिस ने मुख्य आरोपी विष्णु उर्फ नाना मेघवाल को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा, इस पूरे मामले में आरोपी का साथी पंकज आर्य (24) भी शामिल पाया गया, जिसे पुलिस ने सह-आरोपी के रूप में गिरफ्तार किया है। पंकज ने विष्णु को लड़की के अपहरण और विवाह कराने में सहायता दी थी।
पहले भी नाबालिग से जुड़ा मामला दर्ज है विष्णु पर
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, विष्णु का आपराधिक इतिहास पहले से ही संदिग्ध रहा है। उस पर पहले भी एक नाबालिग लड़की से संबंधित मामला दर्ज है, जिसकी जांच फिलहाल लंबित है। इससे यह स्पष्ट होता है कि आरोपी आदतन अपराधी है और उसे कानून का कोई भय नहीं है।
पुलिस ने शुरू की दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच
पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड और विवाह प्रमाण पत्र सहित सभी दस्तावेजों को जब्त कर लिया है। अब इनकी फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि फर्जीवाड़ा किस स्तर पर और किन माध्यमों से किया गया। यदि आधार कार्ड में छेड़छाड़ सरकारी मशीनरी या साइबर कैफे के माध्यम से की गई है तो वहां के संबंधित लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
किशोरी को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया
नाबालिग लड़की को बरामद करने के बाद पुलिस ने उसे बाल कल्याण समिति (CWC) के समक्ष पेश किया, जहां उसकी काउंसलिंग कराई गई। मेडिकल परीक्षण भी कराया गया है। प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि लड़की मानसिक रूप से तनाव में है, लेकिन अब वह सुरक्षित है।
क्या है ऑपरेशन मुस्कान?
ऑपरेशन मुस्कान एक विशेष पुलिस अभियान है, जिसका उद्देश्य लापता और अपहृत बच्चों को तलाशकर उन्हें सुरक्षित वातावरण में लाना है। यह भारत सरकार और राज्य सरकारों की संयुक्त पहल है, जो बाल अधिकारों की रक्षा के उद्देश्य से संचालित होती है। मंदसौर पुलिस द्वारा चलाया गया यह सफल ऑपरेशन उसी का हिस्सा था।