पिपलिया मंडी में हनी ट्रैप कांड: पति-पत्नी ने पुलिसकर्मी को फंसाकर ऐंठे 1.70 लाख रुपए, गिरफ्तार - Bindass Boliyan

Cryptocurrency Prices

पिपलिया मंडी में हनी ट्रैप कांड: पति-पत्नी ने पुलिसकर्मी को फंसाकर ऐंठे 1.70 लाख रुपए, गिरफ्तार

पिपलिया मंडी में हनी ट्रैप कांड: पति-पत्नी ने पुलिसकर्मी को फंसाकर ऐंठे 1.70 लाख रुपए, गिरफ्तार

मंदसौर जिले के पिपलिया मंडी से एक चौंकाने वाला हनी ट्रैप मामला सामने आया है, जिसमें एक दंपती ने पुलिस आरक्षक को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर 1.70 लाख रुपए वसूल लिए। पुलिस ने इस मामले में पति हरीश तिवारी और उसकी पत्नी रंजू तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि महिला ने आरक्षक को अपने घर बुलाकर पहले नजदीकियां बढ़ाईं, फिर पति के साथ मिलकर बदनामी की धमकी देकर रुपए ऐंठे।

इस तरह रचा गया हनी ट्रैप

नीमच पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक ने थाने में दर्ज कराई शिकायत में बताया कि उसकी रंजू तिवारी से पहचान करीब डेढ़ साल पुरानी है। महिला ने उसे एक दिन यह कहकर अपने घर बुलाया कि उसका पति हरीश तिवारी शराब पीकर उसके साथ मारपीट करता है, और वह चाहता है कि आरक्षक आकर उसे समझाए। जब आरक्षक महिला के घर पहुंचा, तभी अचानक उसका पति वहां आया और अनुचित संबंधों का आरोप लगाते हुए धमकाने लगा।
हरीश तिवारी ने आरक्षक को रेप केस में फंसाने और सोशल मीडिया व पुलिस विभाग में बदनाम करने की धमकी दी। बदनामी और नौकरी खोने के डर से आरक्षक ने महिला को 1 लाख रुपए नकद और 70 हजार रुपए यूपीआई से ट्रांसफर कर दिए।

पुलिस ने दर्ज किया केस, दोनों आरोपी गिरफ्तार

पीड़ित आरक्षक की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सोमवार रात हरीश और रंजू तिवारी को गिरफ्तार कर लिया। दोनों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 308(2), 308(6), 61(2) और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पिपलिया मंडी चौकी प्रभारी धर्मेश यादव ने बताया कि शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हो गया कि महिला ने सुनियोजित तरीके से आरक्षक को फंसाया।

पहले भी कर चुकी है ऐसी वारदात

पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी महिला पहले भी इस तरह की घटनाएं कर चुकी है। उसके मोबाइल फोन से कई संदिग्ध बैंक ट्रांजैक्शन मिले हैं, जिससे संदेह है कि इस दंपती ने अन्य लोगों को भी इसी तरह फंसाकर वसूली की है। पुलिस अब उन ट्रांजैक्शनों की पड़ताल कर रही है और अन्य संभावित पीड़ितों की तलाश कर रही है।

वीडियो बनाकर करती थी ब्लैकमेल

जानकारी के मुताबिक, आरोपी महिला पहले परिचितों को विश्वास में लेकर घर बुलाती थी। वहां उनसे नजदीकियां बढ़ाकर गुप्त रूप से वीडियो रिकॉर्ड करती और फिर पति के साथ मिलकर उन्हें ब्लैकमेल करती थी। जेल और रेप केस में फंसाने की धमकी देकर पैसे ऐंठे जाते थे। इस खेल में महिला मुख्य भूमिका निभाती थी, जबकि उसका पति वसूली करता था।

देवास निवासी हैं आरोपी

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी दंपती मूल रूप से देवास जिले के रहने वाले हैं, लेकिन हाल ही में लूनाहेड़ा गांव में रह रहे थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अब इनका आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि और कितने लोग इस गिरोह के शिकार बन चुके हैं।

बदनामी के डर से चुप रहे लोग

पुलिस को शक है कि इस दंपती ने कई लोगों को इसी तरीके से फंसाया और बदनामी या नौकरी चले जाने के डर से कई पीड़ित सामने नहीं आए। चौकी प्रभारी ने लोगों से अपील की है कि अगर किसी और के साथ भी इस तरह की घटना हुई है तो वे सामने आएं और पुलिस को जानकारी दें।

मामला बना चर्चा का विषय

यह पूरा मामला अब जिलेभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। एक ओर पुलिस विभाग में इस घटना को लेकर आंतरिक समीक्षा चल रही है, वहीं आमजन भी हैरान हैं कि किस तरह पति-पत्नी ने मिलकर एक पुलिसकर्मी को ही हनी ट्रैप का शिकार बना लिया।
पुलिस का कहना है कि इस केस को गंभीरता से लेते हुए हर पहलू की जांच की जा रही है। यदि और पीड़ित सामने आते हैं, तो उनके बयान और सबूतों के आधार पर आरोपियों पर और धाराएं जोड़ी जाएंगी।

Post a Comment