नई दिल्ली।
एअर इंडिया ने अपने ग्राउंड हैंडलिंग पार्टनर AISATS के चार कर्मचारियों से इस्तीफा मांगा है। यह कदम उस समय उठाया गया जब सोशल मीडिया पर इन कर्मचारियों की एक पार्टी का वीडियो वायरल हुआ। बताया जा रहा है कि यह पार्टी 20 जून को AISATS के गुरुग्राम स्थित ऑफिस में हुई थी, जबकि उससे महज 8 दिन पहले 12 जून को एअर इंडिया की फ्लाइट AI 171 अहमदाबाद में हादसे का शिकार हुई थी, जिसमें 270 लोगों की मौत हो गई थी।
एअर इंडिया ने बयान जारी कर जताया खेद
एअर इंडिया ने शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में कहा,
“हम अहमदाबाद विमान हादसे के पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं। जो वीडियो सामने आया है, उसमें दिखा कर्मचारियों का व्यवहार हमारी कंपनी की नीति और मूल्यों के खिलाफ है। हमने संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।”
सोशल मीडिया पर लोगों की तीखी प्रतिक्रिया
जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, सोशल मीडिया पर लोगों ने एअर इंडिया की संवेदनशीलता पर सवाल उठाने शुरू कर दिए। कई यूजर्स ने पार्टी करने वालों को जमकर लताड़ा और कहा कि इतनी बड़ी त्रासदी के बाद जश्न मनाना बेहद असंवेदनशीलता है। एअर इंडिया को भी जमकर ट्रोल किया गया।
DGCA ने पहले ही की थी सख्त कार्रवाई
इससे पहले 21 जून को DGCA ने तीन वरिष्ठ अधिकारियों को हटाने का आदेश दिया था। इनमें शामिल थे:
चूड़ा सिंह – डिविज़नल वाइस प्रेसिडेंट
पिंकी मित्तल – चीफ मैनेजर, क्रू शेड्यूलिंग
पायल अरोड़ा – प्लानिंग टीम, क्रू रोस्टरिंग
इन पर एविएशन सेफ्टी प्रोटोकॉल के उल्लंघन का आरोप था। DGCA ने इन्हें तत्काल प्रभाव से सभी शेड्यूलिंग संबंधित कार्यों से हटाने का आदेश दिया।
फ्लाइट AI 171 हादसा: 270 की मौत, एक ही बचा
फ्लाइट AI 171, जो अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, टेकऑफ के कुछ मिनटों बाद एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत से टकरा गई थी।
हादसे में 241 यात्रियों और 11 क्रू मेंबर्स की मौत हो गई, केवल एक यात्री चमत्कारिक रूप से जीवित बचा। मृतकों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे।
अब तक 251 मृतकों की पहचान हो चुकी
सरकारी जानकारी के अनुसार, अब तक 251 मृतकों की डीएनए से पहचान हो चुकी है और इनमें से 245 शव उनके परिजनों को सौंपे जा चुके हैं।
पायलट ने मेडे कॉल किया था
फ्लाइटरडार24 के अनुसार, विमान का अंतिम सिग्नल 190 मीटर (625 फीट) की ऊंचाई पर मिला था। पायलट ने टेकऑफ के तुरंत बाद मेडे कॉल भेजा था, लेकिन इसके बाद कोई जवाब नहीं मिला।
पायलट के पास 8,200 घंटे और को-पायलट के पास 1,100 घंटे की उड़ान का अनुभव था।