प्रतापगढ़, राजस्थान |
प्रतापगढ़ जिले के बांसवाड़ा रोड पर बुधवार देर रात उस समय हड़कंप मच गया, जब एक ही परिवार के दो पक्षों के बीच मामूली कहासुनी ने हिंसक रूप ले लिया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों ओर से कुल्हाड़ी और धारदार हथियारों का इस्तेमाल हुआ, जिससे एक महिला समेत चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना अंबिका होटल के पास स्थित एक ढाबे पर हुई।
कोतवाली थाने के जांच अधिकारी श्यामलाल के अनुसार, पुलिस को मोबाइल पर सूचना मिली कि बांसवाड़ा रोड स्थित अंबिका होटल के पास दो पक्षों के बीच जमकर झगड़ा हुआ है और कई लोग घायल हो गए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में लिया।
पुलिस जब जिला चिकित्सालय पहुंची तो वहां तीन लोग—धर्मेंद्र राव, किशन राव और बबलू जोशी—घायल हालत में एक-दूसरे से बहस कर रहे थे। तीनों के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे। प्राथमिक जांच में सामने आया कि झगड़ा शराब के ठेके के पास दुकानों में सामान की बिक्री को लेकर हुआ था, जो धीरे-धीरे मारपीट और फिर खूनी संघर्ष में बदल गया।
इस झगड़े में धर्मेंद्र राव और किशन राव को गहरी चोटें आईं, वहीं बबलू जोशी जो कि बीच-बचाव करने की कोशिश कर रहा था, वह भी चोटिल हो गया। परिवार की एक महिला भी इस संघर्ष की चपेट में आ गई, जिसे हल्की चोटें आई हैं। सभी घायलों को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाना शुरू कर दिया है और दोनों पक्षों के लोगों से पूछताछ की जा रही है। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि झगड़े के समय सभी आरोपी शराब के नशे में थे। पुलिस अब इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि झगड़े की असली वजह क्या थी और किसने पहले हमला किया।
घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सार्वजनिक स्थानों और शराब के ठेकों के आसपास पुलिस निगरानी क्यों नहीं बढ़ाई जाती। बांसवाड़ा रोड जैसे व्यस्त क्षेत्र में इस प्रकार की हिंसक घटनाएं आम जनता की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती हैं।
फिलहाल पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और घायलों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। मामला आपसी रंजिश और शराब के नशे से जुड़ा होने की वजह से पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।